Thursday, October 1, 2015

चीफ ऑफ स्‍टाफ कमेटी के अध्‍यक्ष (सीओएससी) और चीफ ऑर एयर स्‍टाफ (सीएएस) एयर चीफ मार्सल अरूप राहा ने रक्षा लेखा विभाग के वार्षिक दिवस के अवसर पर संबोधित किया

चीफ ऑफ स्‍टाफ कमेटी के अध्‍यक्ष (सीओएससी) और चीफ ऑर एयर स्‍टाफ (सीएएस) एयर चीफ मार्सल अरूप राहा ने आज सीजीडीए, बरार स्कवायर, दिल्‍ली कैन्‍ट में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा लेखा विभाग को उनके वार्षिक दिवस के अवसर पर संबोधित किया। 

उन्‍होंने कहा कि रक्षा लेखा विभाग ने भुगतान, आंतरिक लेखांकन और वित्‍तीय सलाह में पिछले 260 वर्षों से महत्‍तवपूर्ण सेवा उपलब्‍ध कराई है। उन्‍होंने लेखा के क्षेत्र में उत्‍कृष्‍ट सेवा के लिए पुरस्‍कार विजेताओं को बधाई दी।
उन्‍होंने उल्‍लेख किया कि आईएफए ने पेशेवर दक्षता और जानकारी उपलब्‍ध कराकर विकास और क्षमता के क्षेत्र में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। जवाबदेही के बारे में बोलते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि वित्‍तीय तोपों के अनुपालन के बजाए परिणाम और निष्‍कर्षों की ओर बदलाव लाने की जरूरत है और सभी स्‍तरों पर अधिकारियों के साथ अधिक से अधिक तालमेल और अधिक सक्रिय दृष्टिकोण अपनाएं जाने की जरूरत है इससे अधिक से अधिक परिणाम सामने आएंगे। धन और लेखांकन के बारे में बातचीत करते हुए उन्‍होंने कहा कि धन कभी भी प्रयाप्‍त नहीं होगा और इसका समाधान यहीं है कि धन के पूरे आवंटित का उपयोग किया जाए। उन्‍होंने सर्वश्रेष्‍ठ और प्राथमिकता के आधार वाले परिणाम लाने के लिए निर्देश दिया। 

धन पर बात कर और लेखांकन, जबकि वह धनराशि पर्याप्त कभी नहीं होगा, और कहा कि समाधान के लिए धन का पूरा आवंटन का उपयोग और अच्छे के लिए उन्हें प्रत्यक्ष है, और परिणाम प्राथमिकता है। 

वायु सेना प्रमुख ने 5 पहलुओं- परिचालन जरूरत, सुविधाओं के रखरखाव, सुरक्षा, प्रशिक्षण, कल्‍याण और मनोबल पर जोर दिया जिनके बारे में एकीकृत वित्‍तीय सलाहकार को ध्‍यान देना चाहिए। 
SOURCE - PIB

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