इसमें मित्र देशों के 10 कैडेटों सहित 216 प्रशिक्षु उत्तीर्ण हुए
भारतीय नौसेना अकादमी (आईएनए), एझिमाला में 25 मई 2024 को 106वें भारतीय नौसेना अकादमी पाठ्यक्रम, 36 और 37 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण(विस्तारित), 38 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (नियमित) और 39 नौसेना विशेष स्तरीय प्रशिक्षण (तटरक्षक एवं विदेशी) के पासिंग आउट परेड (पीओपी) का आयोजन किया गया। परेड का निरीक्षण एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने किया। 34 महिला प्रशिक्षुओं और मित्र देशों के 10 प्रशिक्षुओं सहित 216 प्रशिक्षुओं ने अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण किया, जो उनके प्रारंभिक प्रशिक्षण की पराकाष्ठा को दर्शाता है। इस कार्यक्रम में वाइस एडमिरल वी श्रीनिवास, फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ दक्षिणी नौसेना कमान और वाइस एडमिरल विनीत मैककार्टी, कमांडेंट, आईएनए ने भी हिस्सा लिया।
मिडशिपमैन पिनिंटला प्रदीप कुमार रेड्डी को मेरिट के सभी क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त करने लिए 'राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक' प्राप्त हुआ।अन्य पदक विजेताओं के नाम इस प्रकार हैं: -
- आईएनएसी बीटेककोर्स के लिए सीएनएस रजत पदक - मिडशिपमैन मोहम्मद समीर।
- आईएनएसी बीटेककोर्स के लिए एफओसी-इन-सी दक्षिण कांस्य पदक - मिडशिपमैन राहुल दर्शन सिंह शोरन।
- एनओसी (विस्तारित) के लिए सीएनएस स्वर्ण पदक – कैडेट संधिता पटनायक।
- एनओसी (विस्तारित) के लिए एफओसी-इन-सी दक्षिण रजत पदक - कैडेट शौर्य जामवाल।
- कमांडेंट, एनओसी (विस्तारित) के लिए आईएनए कांस्य पदक – कैडेट सलोनी के सिंह।
- एनओसी (पंजीकृत) के लिए सीएनएस द्वारा स्थापित स्वर्ण पदक और सर्वश्रेष्ठ ऑल-राउंड महिला कैडेट - कैडेट जान्हवी सिंह।
- एनओसी (पंजीकृत) के लिए कमांडेंट रजत पदक - कैडेट सहाना एमके।
- महानिदेशक तटरक्षक सर्वश्रेष्ठ सहायक कमांडेंट - सहायक कमांडेंट आदित्य ओझा।
- फाइटर स्क्वाड्रन ने प्रतिष्ठित चैंपियन स्क्वाड्रन बैनर प्राप्त किया, जिसे परेड के दौरान प्रस्तुत किया गया था।
सफल प्रशिक्षुओं ने अकादमी के क्वार्टरडेक सेअपनी चमचमाती तलवारों और राइफलों के साथ, पारंपरिक धुनों और मार्मिक विदाई धुन पर अपने 'अंतिम पग'या आईएनए में अंतिम चरण की सलामी देते हुए धीमी गति से मार्च किया। वायु सेना प्रमुख ने पासिंग आउट प्रशिक्षुओं, पदक विजेताओं और चैंपियन स्क्वाड्रन को उनकी कड़ी मेहनत और उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई दी। उन्होंने परेड में शामिल प्रशिक्षुओं को उनकी त्रुटिहीन उपस्थिति, अच्छी सैन्य क्षमता और स्मार्ट ड्रिल के लिए भी बधाई दी।समीक्षा अधिकारी ने देश की रक्षा के महान पेशे को चुनने और उन्हें राष्ट्र की सेवा करने हेतु प्रतिबद्ध बनाने, प्रोत्साहित करने और समर्थन देने के लिए उनके माता-पिता के निर्णय की सराहना की। आईएनए में अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षुओं का एकीकरण न केवल भारत के विदेशी सहयोग को मजबूती प्रदान करता है बल्कि इसकी विश्व स्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं पर भी प्रकाश डालता है।
38 एनओसी पहला एनओसी पाठ्यक्रम है जो 44 सप्ताह की बढ़ी हुई प्रशिक्षण अवधि कापाठ्यक्रम है और कार्यकारी शाखा में 05 महिला अधिकारी शामिल हैं, जो लैंगिक-तटस्थ भारतीय नौसेना में एक मील का पत्थर है।
परेड के पूरा होने के बाद, सीएएस, एफओसीआईएनसी (दक्षिण) और कमांडेंट, आईएनए ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों और गौरवान्वित अभिभावकों के साथ पासिंग आउट प्रशिक्षुओं को पट्टियां प्रदान की, जो नौसेना में उनके कमीशनिंग का प्रतीक है।गणमान्य व्यक्तियों ने पासिंग आउट प्रशिक्षुओं और उनके माता-पिता के साथ बातचीत की और उन्हें कठोर प्रशिक्षण के सफल समापन के लिए बधाई दी।ये अधिकारी अब विशेष क्षेत्रों में अपने प्रशिक्षण को और मजबूत करने के लिए विभिन्न नौसेना जहाजों और प्रतिष्ठानों मेंजाएंगे। नए कमीशन अधिकारियों पर राष्ट्र कीबड़ी जिम्मेदारी है जो कर्तव्य, सम्मान और साहसी मूल्यों से ओतप्रोत,युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार भारतीय नौसेना की प्रतिष्ठा को निरंतर कायम रखने और मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
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